छत ढहना क्यों हो रहा है और इसे कैसे रोका जाए?

बारिश का मौसम आते ही कई घरों में छत से पानी टपकता दिखता है। अगर आप भी ऐसे समस्या से परेशान हैं तो घबराएँ नहीं, कुछ सरल कदमों से आप बड़ी मरम्मत से बच सकते हैं। इस लेख में हम बतायेंगे कि कब चेतावनी पर ध्यान देना चाहिए और रिसाव को तुरंत कैसे ठीक किया जाए।

मौसम अलर्ट सुनें, पहले से तैयार रहें

इंडियन मेटियोरोलॉजिकल डिपार्टमेंट (IMD) के अलर्ट्स अक्सर छत के लिए चेतावनी देते हैं – खासकर उत्तर प्रदेश, राजस्थान‑मध्यप्रदेश जैसे क्षेत्रों में। जब आप ‘भारी बारिश’ या ‘आंधी‑तूफ़ान’ की खबर देखें, तो तुरंत अपने घर की छत की जाँच शुरू कर दें। लीक दिखने से पहले ही टाइलें या सीमेंट का कनेक्शन चेक करना फायदेमंद रहता है।

एक आसान तरीका है – एक छोटा बाल्टी या बर्तन छत के सबसे नीचे रखकर देखें कि पानी किनारे तक पहुँच रहा है या नहीं। अगर कुछ घंटों में भी बर्तन भर जाता है, तो मतलब रिसाव का मार्ग पहले से ही बन रहा है। इस समय आप प्लंबर को बुलाने की तैयारी कर सकते हैं, ताकि बाद में महँगा काम न करना पड़े।

रिसाव के तुरंत समाधान – आसान मरम्मत टिप्स

अगर आपको पानी टपकता दिखे तो सबसे पहले उस जगह को साफ‑सुथरा रखें। गंदगी या पत्तियों की परत रिसाव को और बढ़ा देती है। फिर, सिलिकॉन या वाटरप्रूफ सीलेंट से उन क्षेत्रों में पैच लगाएँ जहाँ टाइलें टूटी हों या दरारें हों। यह काम खुद भी कर सकते हैं; बस एक छोटी ब्रश लेकर सीलेंट को बराबर ढ़ाल दें और 24 घंटे तक सूखने दें।

टाइलों के नीचे की नली में जंग या रिसाव हो सकता है, खासकर पुराने घरों में। ऐसी स्थिति में नली को बदलना सबसे बेहतर उपाय है। अगर आप प्लंबर नहीं बुला रहे हैं तो थोड़ी सी पाइप रैपर (टेफ़्लॉन टेप) से अस्थायी समाधान कर सकते हैं – टेफ़्लॉन टेप को कई बार मोड़कर नली के चारों ओर लपेटें और फिर सीलेंट लगाएँ।

एक और छोटा कदम है ‘ड्रेनिंग’ की ठीक‑ठीक जाँच। छत पर पानी जमा होने से रिसाव बढ़ता है, इसलिए गटर और डाऊनस्पाउट को साफ रखें। अगर गटर बंद हो तो पानी सीधे छत में बहेगा और लीकेज का खतरा रहेगा।

इन सभी टिप्स को अपनाते समय सुरक्षा सबसे पहले रखनी चाहिए। ऊपर काम करते समय सुरक्षित जूते, हेल्मेट और रॉब की मदद लें। अगर आप अकेले नहीं कर पा रहे हैं तो भरोसेमंद प्लंबर या कंस्ट्रक्शन कंपनी से संपर्क करें; छोटे‑छोटे कामों के लिए भी पेशेवर सहायता महँगी मरम्मत को बचा सकती है।

अंत में, याद रखें कि छत की देखभाल साल भर चलने वाला एक कार्य नहीं बल्कि मौसम बदलते ही दोहराने वाला रूटीन है। हर बार जब मौसमी चेतावनी आए, तो तुरंत जाँच कर लें – इससे आपके घर को बचाया जा सकता है और अनावश्यक खर्च भी घटेगा।

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