टेनथ विकेट पार्टरशिप क्या है? आसान शब्दों में

क्रिकेट में जब दो गेंदबाज़ मिलकर दस विकेट ले लेते हैं, तो उसे टेनथ विकेट पार्टरशिप कहते हैं। इसका मतलब सिर्फ़ संख्या नहीं, बल्कि टीम के मैच‑जितने की संभावना बढ़ाने वाला एक महत्वपूर्ण मोड़ है। अक्सर यह तब आता है जब शुरुआती ओवर में दो या तीन तेज़ गेंदबाज़ लगातार आउट होते हैं और फिर दूसरा जोड़ा बॉल को घुमाते हुए दायरे में रखता है।

कब और क्यों बनती है टेनथ विकेट पारी?

टेनथ विकेट आमतौर पर दो स्थितियों में दिखती है – पहले तो जब शुरुआती विकेट जल्दी गिरते हैं और दूसरे क्रम के गेंदबाज़ को दबाव संभालना पड़ता है; या फिर जब एक जोड़ी लगातार रन नहीं रोक पाती और बॉलिंग टीम को अपना कंट्रोल वापस चाहिए। इस समय दोनों गेंदबाज़ मिलकर स्ट्रेट लाइन्स, वैरिएशन और फील्ड सेट‑अप बदलते हैं ताकि बल्लेबाज़ों के विकल्प घटें।

जब दो बॉलर्स एक साथ दस विकेट लेते हैं तो विरोधी टीम का स्कोरिंग रिदम टूट जाता है, जिससे मध्य ओवर में दबाव कम हो जाता है और कैप्टन को नए प्लान बनाना आसान हो जाता है। यही कारण है कि कई टीमें टेनथ विकेट के बाद तुरंत बॉलर बदलती या स्पिनर लाती हैं ताकि शेष रनों पर नियंत्रण बना रहे।

प्रसिद्ध उदाहरण और जीत की रणनीति

भारत में 2019 के भारत‑ऑस्ट्रेलिया टेस्ट में जसप्रीत बुमराह और हार्दिक पंड्या ने मिलकर दस विकेट लिये थे, जिससे ऑस्ट्रेलियाई टॉप क्रम का सख्त दबाव टूट गया। इसी तरह इंग्लैंड में जेम्स एंडरसन‑क्लार्क के साथ मैक्स वाटसन की जोड़ी ने 2021 के एशिया कप क्वालिफ़ायर में तेज़ी से दस आउट ले ली थी। इन केसों से साफ दिखता है कि दो बॉलर्स का एकजुट होना कब, कैसे और किस तरह से किया जाए, यह जीत का अहम हिस्सा बन जाता है।

आप अगर अपनी टीम में टेनथ विकेट पारी को सफल बनाना चाहते हैं तो कुछ बातों पर ध्यान दें:

  • पहले बॉलर की लाइन और लेंथ सही रखें – शुरुआती आउट के बाद दूसरे बॉलर को हल्का बदलाव देना चाहिए, जैसे स्लो ड्राइव या ऑफ‑स्पिन का इस्तेमाल।
  • फील्ड प्लेसमेंट जल्दी बदलें – जब एक बॉलर लगातार आउट नहीं ले पा रहा हो तो फील्डर को शॉर्ट और स्लिप में रखें ताकि छोटे-छोटे रन भी रोक सके।
  • वैरिएशन पर भरोसा करें – तेज़ गेंदबाज़ के पास डिलीवर की गति, लंबाई और स्विंग बदलने का विकल्प होना चाहिए, जबकि स्पिनर को राउंड‑ऑफ़ या चेज़ करावना चाहिए।
  • मनस्थिति को स्थिर रखें – दो बॉलर्स को एक-दूसरे को सपोर्ट करना चाहिए, कोई भी फील्ड सेट में अटक न जाए।

इन टिप्स से आप अपने टीम के टेनथ विकेट पारी को अधिक प्रभावी बना सकते हैं और मैच की दिशा बदलने का मौका पा सकते हैं। याद रखें, सिर्फ़ दस विकेट नहीं, बल्कि उन दस आउट पर दबाव डालना ही असली जादू है।

अंत में यही कहा जा सकता है कि टेनथ विकेट पारी को समझदारी से प्लान करके और दो बॉलर्स की तालमेल देखकर आप न केवल अपने विरोधी टीम को रोक सकते हैं, बल्कि अपनी जीत के रास्ते भी साफ कर सकते हैं। तो अगली बार जब आपको इस स्थिति का सामना करना पड़े, इन बातों को याद रखिए और मैदान पर दिखाइए कि दस विकेट की जोड़ी कैसे मैच बदल देती है।

रोहित शर्मा की कप्तानी की परीक्षा: बॉक्सिंग डे टेस्ट में आस्ट्रेलिया से हार की समीक्षा

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मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर इंडियन टीम को आस्ट्रेलिया से बॉक्सिंग डे टेस्ट में 184 रन से हार का सामना करना पड़ा, जिस कारण रोहित शर्मा के नेतृत्व की और उनकी टीम में जगह की आलोचना शुरू हो गई है। नाथन लायन और स्कॉट बोलैंड के दसवें विकेट के लिए की गई 55 रन की साझेदारी ने मैच का रुख बदल दिया। भारत को अब अंतिम टेस्ट सिडनी में जीतना होगा ताकि वे बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी बचा पाएं।

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