प्रयागराज में चढ़ा पारा, उत्तर प्रदेश में जल्द बारिश की संभावना

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उत्तर प्रदेश में गर्मी का असर और प्रयागराज सबसे गर्म

उत्तर प्रदेश में अचानक से बढ़ती गर्मी ने लोगों को परेशान कर दिया है। राज्य के विभिन्न हिस्सों में तापमान 35 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच चुका है। प्रयागराज राज्य का सबसे गर्म शहर बना हुआ है जहाँ तापमान ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, उत्तर प्रदेश समेत पश्चिमोत्तर भारत में अगले कुछ दिनों में तापमान और बढ़ सकता है।

अभी जो स्थितियाँ बनी हुई हैं, उसके अनुसार ओडिशा, झारखंड, विदर्भ और उत्तर तेलंगाना में 18 मार्च तक गर्मी और लू के हालात बने रहेंगे। आईएमडी ने इस दौरान इन क्षेत्रों के लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है।

जल्द मिलेगी गर्मी से राहत

जल्द मिलेगी गर्मी से राहत

आईएमडी के पूर्वानुमान से राहत का भी संकेत मिला है। 20 मार्च से लेकर 23 मार्च के बीच मध्य भारत में बारिश की संभावना जताई गई है। यह मॉनसून से पहले बारिश का सीजन होगा, जो गर्मी से थोड़ी राहत दिला सकता है।

लखनऊ में भी तापमान 34.23°C दर्ज किया गया है और यह 18 मार्च तक 35.71°C तक जा सकता है। नोएडा में तापमान फिलहाल 28.82°C है, जहाँ आकाश साफ एवं वायु गुणवत्ता मध्यम दर्जे की है।

आईएमडी ने साथ ही उत्तरपूर्वी क्षेत्रों में आंधी-बारिश और तेज हवाओं की चेतावनी जारी की है। लोगों को इन कठिन मौसम परिस्थितियों के लिए तैयार रहने की सलाह दी गई है, खासकर खाद्य सामग्री और पानी का उचित प्रबंध करने का सुझाव दिया गया है।

द्वारा लिखित Shiva Parikipandla

मैं एक अनुभवी समाचार लेखिका हूं और रोज़ाना भारत से संबंधित समाचार विषयों पर लिखना पसंद करती हूं। मेरा उद्देश्य लोगों तक सटीक और महत्वपूर्ण जानकारी पहुँचाना है।

Vikash Yadav

ये गर्मी तो बस जल रही है भाई! बारिश का इंतजार है ना, अब तो बस एक बूंद भी बरस जाए तो जान बच जाएगी। ओडिशा वाले तो अभी तक लू में डूबे हैं, अब तो बारिश आए बिना नहीं रहेगा।

Arun Kumar

अरे ये सब IMD की बातें हैं जो हमेशा देर से बोलते हैं! जब तक वो बारिश की बात करते हैं, हम लोग पानी के लिए भूखे मर चुके होते हैं। अब तो बारिश का इंतजार नहीं, बरसाने का आदेश देना चाहिए।

Snehal Patil

मैंने तो आज सुबह बालों में बिजली चल गई 😱🔥 ये गर्मी नहीं, अग्नि है! क्या होगा अगर बारिश नहीं हुई? मैं तो रोने लगूंगी 🥲💧

Aishwarya George

आईएमडी का पूर्वानुमान अक्सर सही निकलता है, खासकर मध्य भारत के लिए। 20-23 मार्च के बीच उत्तरी भारत में अल्पकालिक बारिश की संभावना 70% है। ये बारिश न केवल तापमान कम करेगी, बल्कि हवा की गुणवत्ता भी सुधारेगी।

manivannan R

नोएडा में 28°C? अरे भाई वहां तो अभी तक गर्मी का अहसास नहीं हुआ! हम लोग तो बाहर निकले तो जल जाते हैं। ये तो बस लगता है जैसे ओवन में रख दिया गया हो।

sonu verma

बस एक बार बरस जाए तो जिंदगी बदल जाएगी... धूल उतर जाएगी, हवा में खुशबू आ जाएगी। बारिश का इंतजार है, बस इतना ही 😊

sunil kumar

ये एंट्रोपी का बढ़ता ग्रेड है, जिसका डायनामिक रिस्पॉन्स नेटवर्क बैलेंस लॉस के कारण अवरोधित हो रहा है। जलवायु सिस्टम में लंबी अवधि के असंतुलन के कारण एक्सट्रीम हीट वेव एमर्ज कर रही है। अगर ये ट्रेंड जारी रहा, तो निकट भविष्य में स्थानीय जल संसाधनों पर भारी दबाव पड़ेगा।

हमें डिमांड साइड मैनेजमेंट और वॉटर रिसायकलिंग के लिए इंफ्रास्ट्रक्चरल इन्वेस्टमेंट की आवश्यकता है। नहीं तो अगले साल तो बस लोग गर्मी में बेहोश होते रहेंगे।

इस बारिश के आने के बाद भी निरंतर वॉटर टेक्नोलॉजी अपग्रेड जरूरी है। गर्मी तो एक ट्रिगर है, समाधान तो सिस्टमिक होना चाहिए।

हमें अपने घरों में ग्रीन रूफ्स, रेनवॉटर हार्वेस्टिंग और एयर कूलिंग सिस्टम्स लगाने की जरूरत है। ये सब एक निर्माण नियम बन जाना चाहिए।

ये सिर्फ एक मौसमी घटना नहीं, ये क्लाइमेट क्राइसिस का पहला लक्षण है। हम तो अभी भी इसे टेम्पोररी प्रॉब्लम समझ रहे हैं।

सरकार को बारिश के बाद भी एक लंबी अवधि के जल प्रबंधन योजना बनानी चाहिए। नहीं तो अगली बार तो बस नहीं बचेगा।

हमें ये भी याद रखना है कि बारिश के बाद भी बाढ़ की संभावना है। ड्रेनेज सिस्टम को अपग्रेड करना भी जरूरी है।

मैं तो अपने घर पर एक बड़ा टैंक लगा रहा हूँ। जब बारिश होगी, तो पानी बचाकर रख लूंगा। अब तो ये बारिश का अवसर है, इसे ग़वाह नहीं बर्बाद करना चाहिए।

इसके बाद भी ये गर्मी आएगी, तो हम तैयार नहीं हैं। ये तो अब एक नया नॉर्मल हो गया है।

मैंने एक डेटा एनालिसिस किया है - पिछले 5 साल में अप्रैल में तापमान 2.3°C बढ़ गया है। ये ट्रेंड अभी तक नहीं रुका।

हमें एग्रीकल्चरल प्रैक्टिस भी बदलनी होगी। अब तो बारिश के बाद भी बीज बोने की रणनीति बदलनी पड़ेगी।

मैं तो अपने बच्चों को भी ये सब सिखा रहा हूँ। ये न सिर्फ मौसम की बात है, बल्कि जीवन की बात है।

chayan segupta

बस एक बूंद बरस जाए तो जिंदगी बदल जाएगी! चलो अब बारिश का इंतजार करते हैं 😎☔

Uday Rau

मैं तो अपने गाँव में एक बारिश के बाद बच्चे खेलते हुए देखकर रो पड़े - उन्होंने पानी को बारिश के रूप में नहीं, एक चमत्कार के रूप में देखा। हम लोग भूल गए कि ये पानी हमारा जीवन है।

हमारे पूर्वज बारिश के लिए त्योहार मनाते थे। अब तो बारिश के लिए एप्प डाउनलोड करने की जरूरत पड़ गई।

ये गर्मी तो बस एक चेतावनी है - हमने प्रकृति के साथ अपना संबंध तोड़ दिया है।

हमें फिर से जड़ें ढूंढनी होंगी।

Vikky Kumar

आईएमडी के पूर्वानुमानों की विश्वसनीयता निम्न स्तर की है। इनके अनुसार बारिश की संभावना 65-70% बताई गई है, जो एक गैर-वैज्ञानिक अनुमान है। वास्तविक जलवायु मॉडलिंग के अनुसार, इस क्षेत्र में बारिश की संभावना 32% है।

इसलिए, इस अपेक्षा को आधार बनाना अत्यधिक असावधानी है। आप अपनी जीवन शैली में ऐसी अनिश्चितता के आधार पर निर्णय नहीं ले सकते।

इसके अलावा, आर्द्रता के स्तर में वृद्धि का कोई आंकड़ा नहीं दिया गया है, जो बारिश के लिए आवश्यक है।

यह एक अज्ञात चर है, और इसके आधार पर जनता को आशा देना अनुचित है।

Anuj Poudel

क्या कोई जानता है कि अगर बारिश हुई तो नोएडा में हवा की गुणवत्ता कितनी बेहतर होगी? मैंने देखा है कि बारिश के बाद PM2.5 स्तर 40-50% तक गिर जाते हैं। इसलिए बारिश सिर्फ ठंडक नहीं, बल्कि स्वास्थ्य का उपहार भी है।

अगर हम बारिश के बाद भी नहीं बदलते, तो ये गर्मी फिर आएगी।

sivagami priya

बारिश आएगी भैया, बस थोड़ा और इंतजार करो! 🙏✨ जब बरसेगी तो तुम भी गीले हो जाओगे - लेकिन खुशी से! 💦💃

Siddharth Varma

अगर बारिश नहीं हुई तो क्या होगा? क्या ये सिर्फ गर्मी है या असल में बदलाव है? किसी को पता है?