जब सरकार में कोई बड़ा पद बदलता है, तो उसके पीछे अक्सर व्यक्तिगत सचिव की अहम भूमिका छिपी होती है। आप शायद नहीं जानते होंगे कि ये लोग क्या करते हैं, पर उनके बिना कई फैसले अधूरे रह जाते हैं। आइए, इस पोस्ट में हम समझते हैं कि व्यक्तिगत सचिव कौन होते हैं और हालिया नियुक्तियों ने क्या बदलाव लाए हैं।
शाक्तिकांत दास की नई भूमिका – प्रधान सचिव‑२
हाल ही में शाक्तिकांत दास को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रधान सचिव‑२ के रूप में नियुक्त किया गया है। यह पद पहले से ही कई प्रमुख नीतियों का केंद्र बिंदु रहा है, अब दास जी इस जिम्मेदारी को और गहरा करेंगे। उनका अनुभव 1980 बैच के आईएएस अधिकारी होने की वजह से वित्तीय नीति और संकट प्रबंधन में काफी मजबूत है। इसलिए उम्मीद है कि सरकार के बड़े फैसलों में तेज़ी आएगी और प्रशासनिक प्रक्रियाएँ सरल होंगी।
व्यक्तिगत सचिवों की दैनिक ज़िम्मेदारियाँ
एक व्यक्तिगत सचिव का काम सिर्फ मीटिंग शेड्यूल बनाना नहीं होता। वे नेताओं के दस्तावेज़ तैयार करते हैं, नीति सुझाव देते हैं और कभी‑कभी मीडिया में उनका प्रतिनिधित्व भी करते हैं। जब कोई नई योजना या बजट पेश किया जाता है, तो वह पहले इन सचिवों की डेस्क से गुजरता है। इसलिए उनकी दक्षता सीधे ही सरकार की कार्यक्षमता को प्रभावित करती है।
उदाहरण के तौर पर, अगर आप पिछले कुछ हफ्तों में देखेंगे, तो कई बार सरकारी विभागों ने तेज़ अलर्ट जारी किया – जैसे उत्तर प्रदेश में बाढ़ का इशारा या राजस्थान‑मध्यप्रदेश में गरमी के बाद बरसात की चेतावनी। इन सभी को तैयार करने और सही समय पर सूचना देने में व्यक्तिगत सचिवों की टीमें पीछे से काम करती हैं।
आप शायद सोच रहे होंगे कि ये लोग कैसे चुनते हैं? आमतौर पर, वे उच्चतम सिविल सेवा परीक्षा पास कर चुके होते हैं, फिर कई साल के विभिन्न विभागीय अनुभव के बाद उन्हें इस महत्वपूर्ण पद पर रखा जाता है। उनका चयन सरकारी हाई‑कमिशनर या राज्यमंत्री की सलाह से होता है और अक्सर उनके काम को लेकर पारदर्शिता भी बढ़ती जा रही है।
भविष्य में व्यक्तिगत सचिवों का रोल और भी विस्तृत हो सकता है। डिजिटल युग में डेटा एनालिटिक्स, एआई‑आधारित निर्णय समर्थन सिस्टम आदि को अपनाने से उनकी कार्यक्षमता में नई ऊँचाइयाँ छू सकते हैं। इससे नीति निर्माण तेज़ और सटीक होगा, और आम जनता को बेहतर सेवा मिल सकेगी।
तो अब जब आप समाचार देखते हैं तो ध्यान रखिएगा कि हर बड़े निर्णय के पीछे व्यक्तिगत सचिव की मेहनत होती है। मिर्ची समाचार पर इन बदलावों को फॉलो करते रहें, ताकि आप हमेशा अपडेटेड रहें और समझ सकें कि आपके देश में क्या चल रहा है।
वाराणसी की निवासी निधि तिवारी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की निजी सचिव नियुक्त किया गया है। 2014 बैच की आईएफएस अधिकारी निधि ने 2013 में UPSC परीक्षा में 96वां स्थान प्राप्त किया था। पहले वे पीएमओ में उप सचिव थीं और अपनी विशेषज्ञता के कारण महत्वपूर्ण कूटनीतिक भूमिकाएं निभाई। उनकी नियुक्ति से महिलाओं की उच्च पदों पर भूमिका और मजबूत होगी।