प्राइड मंथ 2024 का जश्न: एनजेसीयू में समावेशी शिक्षा और विविधता का सम्मान

मिर्ची समाचार

प्राइड मंथ 2024 का प्रारंभ

2024 के प्राइड मंथ का जश्न न्यू जर्सी सिटी यूनिवर्सिटी (एनजेसीयू) में धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस अवसर पर, एनजेसीयू के अंतरिम अध्यक्ष एंड्रेस असेबो ने LGBTQIA+ समुदाय के साथ अपनी सहानुभूति और समर्थन को व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह माह (प्राइड मंथ) न केवल उस दीर्घकालिक संघर्ष की याद दिलाता है जो इस समुदाय ने प्यार और समानता प्राप्त करने के लिए किया है, बल्कि यह हमारे दोस्तों, परिवारों और प्रियजनों को सम्मान देने का भी एक समय है।

समुदाय का योगदान और महत्व

एनजेसीयू एक ऐसे संस्थान के रूप में जाना जाता है जो समावेशिता और विविधता को अपने मुख्य मूल्यों में शामिल करता है। विश्वविद्यालय का मानना है कि उसकी ताकत उसके विविध समुदाय में निहित है। इस वसंत, एनजेसीयू ने अपना दसवां वार्षिक लैवेंडर ग्रेजुएशन मनाया, जिसमें लेस्बियन, गे, बायसेक्शुअल, ट्रांसजेंडर, क्वियर, और जेंडर नॉन-कन्फॉर्मिंग छात्रों की उपलब्धियों का सम्मान किया गया। यह कॉमनवेल्थ विश्वविद्यालय के साथ-साथ LGBTQIA+ समुदाय के सदस्यों के लिए एक उल्लेखनीय उपलब्धि है।

समावेशी शिक्षा और समर्थन

पूरे प्राइड मंथ के दौरान, एनजेसीयू ने LGBTQIA+ समुदाय के इतिहास के बारे में जानने और एक बेहतर दुनिया की दिशा में काम करने के लिए कई गतिविधियों और कार्यक्रमों का आयोजन किया है। विश्वविद्यालय इसमें दृढ़ विश्वास रखता है कि हर व्यक्ति के पास खास प्रतिभाएं और जुनून होते हैं जिन्हें पहचाना जाना चाहिए। इस दृष्टि से, विश्वविद्यालय ने 'शामिल करें और बढ़ाएं' मिशन को अपनाया है जो हर छात्र, संकाय सदस्य, और कर्मचारी को उनके असली पहचान के साथ जीने और गर्व महसूस करने का अवसर देता है।

विविधता और समावेशिता की पहल

विविधता और समावेशिता की पहल

समावेशिता एनजेसीयू के लिए केवल एक शब्द नहीं है, बल्कि यह उनके संपूर्ण शैक्षिक दृष्टिकोण का एक अभिन्न हिस्सा है। विश्वविद्यालय नियमित रूप से ऐसे कार्यक्रम और कार्यशालाओं का आयोजन करता है जो LGBTQIA+ समुदाय के अनुभवों और चुनौतियों के बारे में जागरूकता फैलाते हैं। इन आयोजनों का उद्देश्य समाज में मौजूद पूर्वाग्रह और भेदभाव को कम करना है।

विद्यार्थियों की भूमिका

इस महत्वपूर्ण समय में, छात्रों की भूमिका भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। वे न केवल अपने अनुभवों और कहानियों को साझा करते हैं बल्कि अन्य लोगों को भी अपनी सोच और दृष्टिकोण को विस्तारित करने के लिए प्रेरित करते हैं। एनजेसीयू में छात्रों के लिए विशेष कक्षाओं और कार्यशालाओं का आयोजन किया जाता है जो LGBTQIA+ मुद्दों पर केंद्रित होते हैं। यह छात्रों को एक समावेशी और सहानुभूतिपूर्ण दृष्टिकोण विकसित करने में मदद करता है।

अन्य संस्थानों के लिए अनुकरणीय उदाहरण

अन्य संस्थानों के लिए अनुकरणीय उदाहरण

एनजेसीयू की प्राइड मंथ की पहलें अन्य शैक्षणिक संस्थानों के लिए भी एक अनुकरणीय उदाहरण हैं। यह दिखाता है कि कैसे एक स्थिर और समावेशी शैक्षणिक समाज बनाया जा सकता है जो हर व्यक्ति को उसके असली पहचान के साथ जीने का अधिकार देता है।

लैवेंडर ग्रेजुएशन: गर्व और उपलब्धि का त्योहार

एनजेसीयू द्वारा आयोजित लैवेंडर ग्रेजुएशन एक विशेष समारोह है जो LGBTQIA+ छात्रों के अकादमिक और व्यक्तिगत योगदान को मान्यता देता है। यह समारोह एक सशक्तिकरण और सम्मान का प्रतीक है, जो यह दिखाता है कि विश्वविद्यालय अपने सभी छात्रों को समान सम्मान और संवेदना के साथ स्वीकार करता है।

प्राइड मंथ के उद्देश्यों पर प्रकाश

प्राइड मंथ के उद्देश्यों पर प्रकाश

प्राइड मंथ केवल एक उत्सव नहीं है, बल्कि यह एक मिशन का हिस्सा है जो समाज में व्यापक परिवर्तन लाना चाहता है। एनजेसीयू के प्रयास इस बात को स्पष्ट करते हैं कि वे न केवल समावेशिता और विविधता की बात करते हैं बल्कि उसे अपने दैनिक जीवन का हिस्सा भी बनाते हैं।

भविष्य के लिए दृष्टि

आगे बढ़ते हुए, एनजेसीयू का उद्देश्य है कि वे अपनी समावेशी नीतियों और प्रयासों को और भी मजबूत करें। विश्वविद्यालय का लक्ष्य है कि हर छात्र को ऐसा माहौल प्रदान करें जहां वे बिना किसी डर या पूर्वाग्रह के अपने असली पहचान के साथ जी सकें।

इस प्रकार, एनजेसीयू की प्राइड मंथ की पहलें और विविधता की दिशा में उनके प्रयास हमें यह सिखाते हैं कि कैसे एक समावेशी और सहानुभूतिपूर्ण समाज का निर्माण किया जा सकता है।

द्वारा लिखित Shiva Parikipandla

मैं एक अनुभवी समाचार लेखिका हूं और रोज़ाना भारत से संबंधित समाचार विषयों पर लिखना पसंद करती हूं। मेरा उद्देश्य लोगों तक सटीक और महत्वपूर्ण जानकारी पहुँचाना है।

Siddharth Varma

ye toh bhai sach mein mast lag raha hai... kya baat hai NJCU ne yeh sab kuch khul ke kiya... maine socha tha sirf west me hi hota hai yeh sab

chayan segupta

Bhaiyo aur behno, yeh sirf ek mahina nahi hai... yeh toh zindagi ki baat hai! Har din apne aap ko asli banne ka mauka do! 🌈✨

King Singh

Yeh sab achha hai, lekin ek sawal: kya iske baad bhi students ko support milta hai ya sirf Pride Month ke liye photo ops?

Dev pitta

Maine dekha hai college mein kuch log apne naam change kar lete hain... yeh sab kuch ekdum normal hai. Koi darr nahi, bas apne aap ko samjho.

praful akbari

Agar ek vyakti apni pehchaan ke saath jeena chahta hai, toh kya usse rokna chahiye? Kya hum log ek insaan ki aatma ko samajhne se darte hain?

kannagi kalai

Hmm... interesting. I guess this is what they call 'progress'.

Roy Roper

Yeh sab kuch bhai logon ko ghar se bahar nikalne ke liye banaya gaya hai... kuch logon ko apne ghar ke andar hi rakhna chahiye

Sandesh Gawade

Dekho yaar, agar koi apni identity ke liye lad raha hai toh uski himmat ka tareefa karo! Yeh sab logon ne apni zindagi ki kahani likhi hai... aur hum sun rahe hain!

MANOJ PAWAR

Maine apne bhai ko gay hone ke baad apne ghar se nikal diya tha... ab jab maine yeh dekha, toh lag raha hai main galat tha. Darr ke aage jeet hai.

Pooja Tyagi

Yeh sab kuch toh bas marketing hai! Kya koi yeh bata sakta hai ki NJCU ke 10% students hi LGBTQIA+ hain? Yeh sab kuch sirf headlines ke liye hai!!

Kulraj Pooni

Yeh sab kya hai? Nature ke niyam ke khilaf hai... logon ko apne andar ki pehchaan ko samajhna chahiye, lekin usse public mein nahi dikhana chahiye... yeh duniya ke liye bura hai

Hemant Saini

Agar hum sab ek hi duniya mein rehte hain, toh kya hum ek dusre ke liye ek thoda sa space nahi de sakte? Kya hum apne dilon ko bhi samajhne ki koshish nahi kar sakte?

Nabamita Das

Lavender graduation ka idea bahut accha hai. Maine apne college mein bhi ek similar event organize kiya tha. Agar koi institution yeh nahi karta, toh woh education ka naam nahi le sakta.