e-KYC यानी इलेक्ट्रॉनिक केवाईसी, एक डिजिटल तरीका है जिससे आपका पहचान दस्तावेज़ ऑनलाइन सत्यापित हो जाता है। अब बैंक, फ्रीलांस प्लेटफ़ॉर्म या कोई भी वित्तीय सेवा आपको फॉर्म भर कर, फोटो अपलोड करके अपना KYC करवा सकती है, लाइन में खड़े होने की जरूरत नहीं।
सरकार ने आधार को आधारभूत पहचान मानकर e-KYC को आसान बनाया है। आपका आधार नंबर, मोबाइल OTP और बायोमेट्रिक डेटा मिलकर एक सुरक्षित डिजिटल प्रोफ़ाइल बनाते हैं। इस प्रोफ़ाइल को जब आप किसी सेवा में उपयोग करते हैं, तो वह तुरंत आपका पहचान प्रमाण दे देती है।
e-KYC कैसे काम करता है?
पहले आप अपना आधार नंबर डालते हैं, फिर आपका मोबाइल नंबर आपके Aadhaar से जुड़ा होना चाहिए। एक OTP आपके फोन पर आएगा, जिसे आप एप या वेबसाइट में डालते हैं। बाद में, यदि सेवा प्रदाता चाहे तो आपका फ़िंगरप्रिंट या इयरियल स्कैन भी ले सकता है – यह सब आपके सहमति से होता है।
एक बार डेटा मिलते ही, सेवा प्रदाता यूज़र को ‘e‑KYC किया गया’ का स्टेटस देता है और आप तुरंत अगला कदम उठा सकते हैं – खाता खोलना, लोन के लिए अप्लाइ करना या डिजिटल सिग्नेचर बनाना। यह प्रक्रिया आम तौर पर कुछ ही मिनटों में पूरी हो जाती है।
e-KYC के मुख्य फायदे और सावधानियाँ
फायदे? समय बचत, कम कागज़, और कहीं से भी कर सकना। खासकर जब आपको शहर से बाहर या विदेश में रहकर दस्तावेज़ भेजने की झंझट नहीं चाहिए। साथ ही, डेटा एन्क्रिप्टेड रहता है, इसलिए धोखाधड़ी का रिस्क कम होता है।
सावधानियाँ भी हैं। अपना आधार मोबाइल से लिंक होना चाहिए, वरना OTP नहीं आएगा। हमेशा भरोसेमंद ऐप या वेबसाइट इस्तेमाल करें, फिशिंग साइट्स से बचें। अगर आपका मोबाइल सिम बदलते हैं, तो तुरंत अपडेट कर दो, नहीं तो KYC प्रक्रिया फेल हो सकती है।
अगर आप फ्रीलांस प्लेटफ़ॉर्म, इंश्योरेंस, या किसी निवेश ऐप में e‑KYC करना चाहते हैं, तो सबसे पहले उनके ‘KYC’ सेक्शन में जाएँ। वहाँ ‘e‑KYC’ या ‘Aadhaar based KYC’ का विकल्प मिलेगा। निर्देशों को ध्यान से पढ़ें, मोबाइल नंबर और आधार नंबर सही डालें, और OTP आने पर तुरंत डालें। प्रक्रिया पूरी होते ही आपको एक पॉप‑अप या ई‑मेल मिलेगा, जिसमें आपके KYC की स्थिति बताई होगी।
कभी‑कभी तकनीकी गड़बड़ी की वजह से प्रक्रिया अटक सकती है। ऐसे में दो बार कोशिश करें या ऐप को रीस्टार्ट करें। अगर फिर भी नहीं बनता, तो ग्राहक सेवा से संपर्क करें और अपना ‘Aadhaar authentication reference number (ARN)’ साथ रखें। इससे उन्हें समस्या जल्दी समझ में आ जाएगी।
भविष्य में e‑KYC और भी व्यापक होगा – अब तक सिर्फ बैंकिंग में अधिक प्रयोग हो रहा है, पर अब सरकार ने इसे स्वास्थ्य, शिक्षा और रजिस्ट्री सेवाओं में भी लागू करने की योजना बनाई है। इसका मतलब है कि आपके पास एक ही डिजिटल पहचान होगी, जिससे कई सेवा एक ही क्लिक पर मिलेंगी।
तो अगली बार जब किसी सेवा में KYC माँगे, तो लाइन में खड़े होने के बजाय e‑KYC चुनें। यह तेज, सुरक्षित और सस्ता विकल्प है, जो आपका समय बचाएगा और डिजिटल इंडिया के सपने को करीब लाएगा।
महाराष्ट्र में माझी लाडकी बहीण योजना के 26 लाख लाभार्थियों को प्रारंभिक जांच में संदिग्ध बताया गया था, लेकिन जिलों की फील्ड जांच के बाद सिर्फ 3–4 लाख ही अपात्र निकले। 2,289 सरकारी कर्मचारी और करीब 14,000 पुरुषों ने गलत तरीके से लाभ लिया। अब सभी लाभार्थियों के लिए e-KYC अनिवार्य है, जिसकी दो महीने की समय-सीमा 18 सितंबर 2025 से शुरू हुई। पात्रों को रोकी गई किस्तें और बकाया वापस मिलेंगे।