थाईलैंड ओपन 2024: सात्विक्साईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी पुरुष युगल फाइनल में जाने-पहचाने जीत के लिए प्रयासरत

मिर्ची समाचार

भारतीय बैडमिंटन के स्टार खिलाड़ी सात्विक्साईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी ने शनिवार को थाईलैंड ओपन 2024 के पुरुष युगल वर्ग के फाइनल में प्रवेश कर लिया। सेमीफाइनल में उन्होंने चीनी ताइपे की जोड़ी लू मिंग-चे और टैंग काई-वेई को 21-18, 19-18 से हराया। विश्व रैंकिंग में तीसरे स्थान पर काबिज इस भारतीय जोड़ी ने मात्र 38 मिनट में यह मुकाबला अपने नाम किया।

इस जीत का सात्विक और चिराग के लिए विशेष महत्व है क्योंकि उन्होंने 2019 में इसी टूर्नामेंट में अपना पहला सुपरसीरीज / सुपर 500 स्तर का खिताब जीता था। रविवार को होने वाले फाइनल में उनका सामना चीन के चेन बो यांग और लियू यी की जोड़ी से होगा, जिन्होंने दूसरे सेमीफाइनल में दक्षिण कोरिया के किम गी जंग और किम सा रैंग को मात दी।

पूरे टूर्नामेंट में सात्विक और चिराग का सफर फाइनल तक काफी आसान रहा है। उन्होंने अब तक एक भी गेम नहीं गंवाया है और किसी भी गेम में अधिकतम 16 अंक ही गंवाए हैं। पेरिस ओलंपिक की तैयारियों में जुटी इस जोड़ी का फोकस अपने प्रदर्शन में निरंतरता लाने पर है, जो उन्हें थॉमस कप के खिताब बचाव के दौरान हासिल हुई थी लेकिन चेंगदू में गंवा बैठे थे।

पेरिस ओलंपिक की राह आसान नहीं

हालांकि सात्विक और चिराग की नजरें पेरिस ओलंपिक पर टिकी हैं, लेकिन उनके लिए यह राह इतनी आसान नहीं होगी। पिछले कुछ महीनों में उन्हें कई उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ा है। इंडोनेशिया ओपन में उन्हें क्वार्टर फाइनल में हार का सामना करना पड़ा था, जबकि मलेशिया ओपन में उन्हें पहले ही दौर में बाहर होना पड़ा था।

इसके बावजूद सात्विक और चिराग को अपनी क्षमताओं पर पूरा भरोसा है। उन्होंने पिछले साल कॉमनवेल्थ गेम्स और विश्व चैंपियनशिप में रजत पदक जीता था। इस साल भी उन्होंने कुछ शानदार प्रदर्शन किए हैं। मलेशिया ओपन में हार के बाद उन्होंने जापान ओपन के सेमीफाइनल में जगह बनाई थी।

सात्विक-चिराग की जोड़ी पर भारत को उम्मीदें

भारतीय बैडमिंटन में सात्विक और चिराग की जोड़ी से काफी उम्मीदें हैं। पिछले कुछ वर्षों में उन्होंने लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है और कई बड़े खिताब अपने नाम किए हैं। 2019 में थाईलैंड ओपन जीतने के अलावा उन्होंने चीन ओपन और फ्रेंच ओपन का खिताब भी जीता था।

पिछले साल उन्होंने थॉमस कप में शानदार प्रदर्शन करते हुए भारत को ऐतिहासिक खिताब दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी। उन्होंने फाइनल में शीर्ष वरीयता प्राप्त इंडोनेशियाई जोड़ी को हराकर जीत हासिल की थी। इस साल भी वे भारत की थॉमस कप टीम का हिस्सा थे, हालांकि टीम खिताब बचाने में नाकाम रही।

क्या कह रहे हैं सात्विक और चिराग

थाईलैंड ओपन के फाइनल में पहुंचने के बाद सात्विक और चिराग ने कहा कि वे इस जीत से काफी खुश हैं। उन्होंने कहा, "हम दोनों का लक्ष्य एक और खिताब जोड़ना और अपनी जीत की लय को जारी रखना है। हम पेरिस ओलंपिक की तैयारी कर रहे हैं और हमें लगता है कि निरंतर अच्छा प्रदर्शन करना बहुत जरूरी है।"

उन्होंने कहा, "पिछले कुछ टूर्नामेंट में हमारा प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा। लेकिन हम दोनों एक-दूसरे पर भरोसा करते हैं और हमें पता है कि हम क्या कर सकते हैं। हम अपने खेल पर ध्यान देना जारी रखेंगे और आने वाले समय में और बेहतर प्रदर्शन करने की कोशिश करेंगे।"

फाइनल में चीनी जोड़ी के खिलाफ अपने मुकाबले के बारे में पूछे जाने पर सात्विक ने कहा, "यह आसान मुकाबला नहीं होगा। चीनी खिलाड़ी काफी मजबूत हैं और उन्होंने पिछले कुछ टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन किया है। लेकिन हम अपनी तैयारी पर फोकस करेंगे और कोर्ट पर अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करेंगे।"

क्या कहता है आंकड़ा

सात्विक और चिराग की जोड़ी ने अब तक कुल 7 खिताब अपने नाम किए हैं। इनमें से 3 सुपर 500 और 4 सुपर 300 टूर्नामेंट के खिताब शामिल हैं। इस साल वे 2 फाइनल में पहुंचे हैं और 1 खिताब जीत चुके हैं।

वर्ष सुपर 500 खिताब सुपर 300 खिताब
2019 2 1
2020 0 0
2022 0 2
2023* 0 1

* 2023 सीजन अभी जारी है

ओलंपिक रैंकिंग में सात्विक और चिराग इस समय तीसरे स्थान पर हैं। उनके पास पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने की प्रबल संभावना है। अगर वे मौजूदा फॉर्म को कायम रखते हैं तो वहां पदक जीतने की उम्मीद भी की जा सकती है।

कुल मिलाकर भारतीय बैडमिंटन के लिए सात्विक और चिराग बड़ी उम्मीद हैं। उम्मीद की जा रही है कि वे आने वाले समय में और कई खिताब जीतेंगे और भारत को ओलंपिक में एक और पदक दिला सकते हैं। फिलहाल उनकी नजरें थाईलैंड ओपन के फाइनल पर टिकी हुई हैं, जहां वे एक और खिताब जीतने के इरादे से उतरेंगे।

द्वारा लिखित Shiva Parikipandla

मैं एक अनुभवी समाचार लेखिका हूं और रोज़ाना भारत से संबंधित समाचार विषयों पर लिखना पसंद करती हूं। मेरा उद्देश्य लोगों तक सटीक और महत्वपूर्ण जानकारी पहुँचाना है।

sonu verma

बहुत बढ़िया प्रदर्शन! दोनों लड़के अपने खेल में इतने फोकस्ड हैं कि देखकर लगता है जैसे वो एक ही दिमाग से खेल रहे हों। ओलंपिक के लिए ये बहुत अच्छा बूस्ट होगा।

Hemant Saini

इन दोनों की जोड़ी तो अब भारतीय बैडमिंटन की पहचान बन गई है। लेकिन सोचो अगर ये दोनों एक दूसरे के साथ इतने सालों से खेल रहे हैं तो ये बस खेल नहीं, ये तो एक रिश्ता है। जिसमें भरोसा, समझ, और शांति है। इसीलिए वो हर गेम में इतने स्मूथ लगते हैं।

Nabamita Das

हां, लेकिन चीनी जोड़ी के खिलाफ ये बहुत बड़ा चैलेंज है। वो दोनों टेक्निकली बेहतर हैं, और उनकी टीम वर्क बिल्कुल बाहर की बात है। सात्विक-चिराग को अपनी गति और एंगल्स पर फोकस करना होगा, न कि बस एक्स्ट्रा पावर डालने पर।

chirag chhatbar

अरे यार, ये लोग तो बस अपने नाम के लिए खेल रहे हैं। चीन वालों को देखो, वो तो असली प्रोफेशनल्स हैं। ये दोनों तो बस अच्छे लग रहे हैं।

Aman Sharma

फाइनल में जाना बहुत बड़ी बात नहीं है। हर कोई फाइनल में जाता है। असली टेस्ट तो वो है जब आप दुनिया के सबसे बड़े टूर्नामेंट में पदक लाएं। ये तो बस एक चैलेंज था।

sunil kumar

अरे भाई, ये जोड़ी तो एक इंजीनियरिंग मैग्नेटिक फील्ड की तरह है! जब एक आगे बढ़ता है, तो दूसरा उसकी बैकलैन बन जाता है! इनका कोर्ट इंटेलिजेंस, वॉल्यूम ऑफ़ एक्शन, और टाइमिंग - सब बिल्कुल परफेक्ट! ओलंपिक के लिए ये टीम तो गोल्ड के लिए बनी हुई है! अब बस एक बार फिर से दिमाग शांत रखो, बॉल को नियंत्रित करो, और वो फाइनल में जीत लेंगे!

Arun Kumar

ये दोनों बस बातों में ही बड़े हैं। असली टेस्ट तो फाइनल में होगा। चीनी जोड़ी के सामने अगर ये एक गेम भी गंवा देंगे, तो सब पूछेंगे कि ये तो पिछले साल की तरह ही है।

Snehal Patil

अरे वाह! 😍 इनकी जोड़ी तो देखकर दिल धड़क रहा है! ❤️🔥 ओलंपिक तो बस शुरू हो रहा है! 🙌 जीत लेना है ना? 😭

Vikash Yadav

ये दोनों तो बस बैडमिंटन का जादू हैं! जब एक गेम खेलता है, तो दूसरा उसके दिमाग को पढ़ लेता है! चीन वालों को लगेगा कि वो दो लोग नहीं, एक ही इंसान हैं जिसके दो हाथ हैं! ये फाइनल देखकर तो मैं खुद भी कोर्ट पर उतर जाऊंगा! 🤘

sivagami priya

ओह माय गॉड! ये दोनों तो जीतने के लिए बने हैं! 🙏🙏 इतना अच्छा प्रदर्शन, इतना दिल जीतने वाला खेल! भारत के लिए गौरव की बात है! 🇮🇳✨

Anuj Poudel

इस जोड़ी के खेल को देखकर लगता है कि वे बस एक दूसरे के विचारों को अनुवाद कर रहे हैं - बिना शब्दों के। यह असली टीमवर्क है। अगर वे फाइनल में जीत जाते हैं, तो यह सिर्फ एक खिताब नहीं, बल्कि एक नए युग की शुरुआत होगी।