निपाह वायरस एक ऐसी बीमारी है जो इंसान से इंसान तक फैल सकती है। यह जानवरों जैसे चमगादड़ और सूअर में भी रहता है, लेकिन जब ये मनुष्यों के करीब आते हैं तो संक्रमण हो सकता है। भारत में पिछले साल कई राज्य ने अलर्ट जारी किया था, इसलिए आज हम साफ‑साफ बताएंगे कि क्या लक्षण होते हैं और कैसे बचाव करें.
लक्षण और संक्रमण के तरीके
सबसे पहला संकेत अक्सर बुखार, सिर दर्द और थकान होता है। कुछ दिनों में उल्टी, खांसी या सांस लेने में दिक्कत भी आ सकती है। अगर ये लक्षण देखते हैं तो तुरंत डॉक्टर से मिलें, क्योंकि जल्दी इलाज करने से गंभीर जटिलताओं को रोका जा सकता है.
वायरस मुख्यतः शरीर के तरल पदार्थों – जैसे थूक, खून या मूत्र – से फैलता है। इसलिए भीड़भाड़ वाले जगहों पर बिना मास्क के बात करना जोखिम बढ़ा देता है। खासकर अस्पताल में या पालतू जानवरों के साथ बहुत नजदीकी संपर्क से बचें.
रोकथाम और उपचार
सबसे असरदार तरीका है हाथ‑हाथ धोना. साबुन और पानी से कम से कम 20 सेकंड तक साफ़ करना चाहिए, खासकर बाहर से घर आने के बाद या जानवरों को छूने के बाद। अगर सोके नहीं तो एंटीबायोटिक लक्षण नहीं सुधरेंगे; इस बीमारी के लिए एंटीवायरल दवा ही काम करती है, इसलिए डॉक्टर की सलाह लेनी ज़रूरी है.
सरकार ने कुछ क्षेत्रों में वैक्सीन भी उपलब्ध कराई है। अगर आप ऐसे इलाके में रहते हैं जहाँ केस रिपोर्ट हुए हैं तो स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र से वैक्सीनेशन करवाना फायदेमंद रहेगा. साथ ही, खाने‑पीने की चीज़ें साफ रखिए और कच्चे फल‑सब्जी को अच्छी तरह धोकर खाइए.
समाचारों में अक्सर इम्ड (IMD) अलर्ट का जिक्र होता है। अगर आपके राज्य में बाढ़ या तेज बारिश के कारण लोगों को अस्थायी शरणस्थलों में जमा होना पड़े, तो भीड़भाड़ से बचें और व्यक्तिगत स्वच्छता पर ध्यान दें. ऐसा करने से न केवल निपाह वायरस बल्कि अन्य संक्रामक रोगों से भी सुरक्षा होगी.
संक्षेप में, निपाह वायरस गंभीर हो सकता है लेकिन सही जानकारी और सावधानी से इसे रोका जा सकता है। अगर आप या आपके परिवार में कोई लक्षण दिखे तो देर ना करें – जल्दी जांच और इलाज ही सबसे बड़ी रक्षा है. इस टैग पेज पर हम लगातार नए अपडेट डालते रहते हैं, इसलिए बार‑बार चेक करते रहें.
केरल के स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने पुष्टि की है कि मलप्पुरम में हाल ही में मरे एक व्यक्ति को निपाह वायरस का संक्रमण था। मृतक, थिरूवाली के 24 वर्षीय युवक, हाल ही में बेंगलुरु से लौटे थे और विभिन्न अस्पतालों में इलाज कराया था। विभाग ने संपर्क में आए लोगों की पहचान कर जांच शुरू कर दी है।
केरल राज्य के स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने स्थानीय टीवी पर बताया कि 21 जुलाई 2024 को निपाह वायरस से एक 14 वर्षीय लड़के की मौत हो गई। यह घटना राज्य में यह पुष्टि हुई जब लड़के की कार्डियक अरेस्ट के कारण मृत्यु हुई। अधिकारी वायरस को फैलने से रोकने के लिए एहतियाती कदम उठा रहे हैं।