मिथुन मानहास बिना विरोध के बीसीसीआई के 37वें अध्यक्ष बने
मिथुन मानहास बिना विरोध के बीसीसीआई के 37वें अध्यक्ष बने, राजीव शुक्ला उपाध्यक्ष और डिवजित सैकिया नई भूमिका में. नई टीम का असर भारतीय क्रिकेट पर.
जारी रखें पढ़ रहे हैं...जब बात बीसीसीआई, भारतीय क्रिकेट बोर्ड, जो देश के अंतरराष्ट्रीय और घरेलू क्रिकेट का संचालन, नियमन और विकास करता है. Also known as भारतीय क्रिकेट परिषद, यह संस्था भारत में क्रिकेट को प्रोफेशनल बनाकर लाखों दर्शकों को जोड़ती है।
बीसीसीआई के तहत इंडियन प्रीमीयर लीग (IPL), एक पेशेवर टी-20 लीग जो विश्वभर में सबसे ज्यादा दर्शक आकर्षित करती है विकसित हुई है, जबकि इंडियन नेशनल टीम, देश का प्रतिनिधि टीम जो अंतरराष्ट्रीय टेस्ट, ODI और T20 में प्रतिस्पर्धा करती है का चयन भी बीसीसीआई ही करता है। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर इंटरनैशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC), दुनिया की सर्वोच्च क्रिकेट नियामक संस्था के साथ मिलकर शेड्यूल, नियम और विश्व कप जैसी बड़ी प्रतियोगिताओं की योजना बनायी़ जाती है। इन सभी संस्थाओं के बीच का संबंध एक शृंखला जैसा है: बीसीसीआई IPL को अनुमोदन देता है, IPL स्टार प्लेयर्स को राष्ट्रीय टीम में जगह दिलाता है, और ICC पूरे तंत्र को मानकीकृत करता है। यही कारण है कि बीसीसीआई के निर्णय केवल खेल ही नहीं, बल्कि आर्थिक, मीडिया और युवा प्रतिभा विकास को भी सीधे प्रभावित करते हैं।
आज के लेखों में आप देखेंगे कि बीसीसीआई कैसे नई चयन समिति बनाता है, महिला क्रिकेट को कैसे प्रोत्साहित करता है, और घरेलू टूर्नामेंटों की योजना में कौन‑कौन से बदलाव लाता है। चाहे वह बारह महीनों के भीतर होने वाला नया आधिकारिक शेड्यूल हो या युवा अवसरों के लिए स्थापित स्काउटिंग नेटवर्क, हर पहलू का विस्तृत विश्लेषण यहाँ मिलेगा। अब आगे पढ़िए और समझिए कि बीसीसीआई का हर फैसला भारत के क्रिकेट प्रेमियों की जिंदगी में कैसे बदलाव लाता है।
मिथुन मानहास बिना विरोध के बीसीसीआई के 37वें अध्यक्ष बने, राजीव शुक्ला उपाध्यक्ष और डिवजित सैकिया नई भूमिका में. नई टीम का असर भारतीय क्रिकेट पर.
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