जब अदियाला जेल के बाहर हजारों समर्थक जमा हुए और उन्होंने इमरान खान की जिंदगी के बारे में सवाल उठाए, तो पाकिस्तान की राजनीति फिर से आग बरस गई। इमरान खान, 71, जिन्हें अगस्त 2023 से जेल में रखा गया है, उनकी मौत की अफवाहें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। ये अफवाहें तब और भी तेज़ हो गईं जब उनकी बहनों को जेल के बाहर पुलिस द्वारा बर्बरतापूर्वक पीटे जाने की खबर सामने आई — जबकि उनकी मुलाकात की अनुमति अदालत ने दे दी थी। ये सब कुछ रावलपिंडी के अदियाला जेल के बाहर भीड़ के जमावट के साथ हुआ, जहां शनिवार, 26 नवंबर 2025 को, पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के समर्थकों ने जेल के गेट तोड़ दिए।
क्यों बढ़ रहा है तनाव?
इमरान खान को अगस्त 2023 में तोशखाना मामले में गिरफ्तार किया गया था, जिसमें उन्हें राष्ट्रीय उपहारों — घड़ियां, इंटरनेशनल विजिट्स के दौरान मिले जेवर, परफ्यूम और डिनर सेट — को गैरकानूनी तरीके से बेचने का आरोप लगा। इन उपहारों का अनुमानित मूल्य 140 करोड़ रुपये (लगभग 495,000 डॉलर) था। खान ने इसे राजनीतिक साजिश बताया, जिसे उन्होंने ‘लंदन योजना’ कहा। उनका आरोप है कि सेना प्रमुख असीम मुनीर (57) और पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ (74) ने मिलकर उन्हें राजनीति से बाहर करने की साजिश रची।
इसके बाद, उनकी जेल में मुलाकात की अनुमति लगातार रोक दी जा रही है। न केवल उनके परिवार, बल्कि ख्यबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री महमूद खान भी उनसे मिलने की अनुमति नहीं पा पाए। ये निर्णय आधिकारिक तौर पर कोई आदेश नहीं है — बल्कि एक ‘अघोषित प्रतिबंध’ है। इसका मतलब है कि सरकार कोई लिखित निर्देश नहीं जारी कर रही, लेकिन जेल प्रशासन उन्हें बाहर के संपर्क से अलग रख रहा है।
क्या हुआ 26 नवंबर को?
26 नवंबर को, अदियाला जेल के बाहर भीड़ इतनी भर गई कि सुरक्षा बलों को हजारों अतिरिक्त सैनिक तैनात करने पड़े। रिपब्लिक वर्ल्ड के एक प्रतिनिधि ने बताया कि ‘ये जेल के आसपास पूरी तरह घेर लिया गया है — समर्थक बस इमरान खान को देखना चाहते हैं।’ उनके साथ जुड़े लोगों को जब जेल के बाहर जाने की अनुमति नहीं मिली, तो भीड़ गुस्से में आ गई।
इस दौरान, खान की बहनों को पुलिस द्वारा बर्बरतापूर्वक पीटा गया, जिसकी वीडियो सोशल मीडिया पर फैल गई। इस घटना ने अफवाहों को और भी बढ़ा दिया। कुछ लोग तो बता रहे हैं कि खान की हालत गंभीर है, और उनकी मौत हो चुकी है। लेकिन अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है।
पाकिस्तान की राजनीति का अब क्या हाल है?
शहबाज शरीफ, 72, जो अभी पाकिस्तान के प्रधानमंत्री हैं, उनकी सरकार ने खान के समर्थकों को दमन का रास्ता चुना है। 9 मई 2023 को जब खान को इस्लामाबाद हाई कोर्ट से गिरफ्तार किया गया, तो पाकिस्तान रेंजर्स ने अदालत की खिड़की तोड़कर उन्हें हटाया — एक ऐसा दृश्य जिसे पूरी दुनिया ने देखा। उस दिन के बाद से, लगभग 9,000 PTI समर्थक गिरफ्तार किए गए। आज भी, PTI के 2.5 मिलियन रजिस्टर्ड सदस्यों में से ज्यादातर निष्क्रिय हैं — या जेल में हैं।
लेकिन ये बार-बार नहीं होगा। अब जब एक बूढ़ा नेता जेल में है, उसकी बहनें पीटी गई हैं, और उसके लोग जेल के बाहर घेराबंदी कर रहे हैं — तो ये सिर्फ एक जेल की घटना नहीं है। ये एक राष्ट्रीय विद्रोह की शुरुआत है। विश्लेषकों का मानना है कि यह घटना अब पाकिस्तान की सेना-सरकार के खिलाफ एक बड़ा राजनीतिक उठान बन सकती है।
इमरान खान के बारे में आपको क्या नहीं पता?
खान को पहली बार 1996 में PTI बनाने के बाद राजनीति में उतरा था। वह एक अत्यंत लोकप्रिय नेता थे — जिन्होंने 2018 में जनता के मतों से शक्तिशाली बहुमत जीता। उनकी लोकप्रियता उनके एंटी-करप्शन प्रचार, आधुनिक नेतृत्व और अपने जीवनशैली के कारण थी। लेकिन उनके खिलाफ आरोपों को लेकर कोई न्यायिक सुनवाई पूरी तरह से नहीं हुई। अदालतें उन्हें तेजी से गिरफ्तार कर रही हैं, लेकिन उनकी बचाव योग्यता की जांच नहीं हो रही।
2023 में उनके गिरफ्तारी के बाद, PTI के अधिकांश नेता — जैसे असद उमर (59), फवाद चौधरी (55), शाह महमूद कुरैशी (66) — गिरफ्तार कर लिए गए। उनके बाद कोई नेता नहीं बचा। अब जेल में बैठे खान के बिना, PTI एक बेकाबू दल बन गया है।
अगला क्या होगा?
अगर खान की स्वास्थ्य स्थिति का कोई आधिकारिक बयान नहीं जारी किया गया, तो अफवाहें और भी तेज़ होंगी। समर्थकों के बीच विश्वास है कि उन्हें जानबूझकर बीमार बनाया जा रहा है। अगर वे जेल में मर गए, तो पाकिस्तान में गहरा सामाजिक विक्षोभ हो सकता है।
एक अन्य संभावना है — अगर खान को बचाया जाता है, और उन्हें जेल से बाहर निकाला जाता है, तो वह तुरंत राजनीति में वापस आ सकते हैं। उनके समर्थक उन्हें एक मुक्ति के नायक के रूप में देखते हैं। और अगर वे आज भी लोकप्रिय हैं, तो उनकी वापसी किसी भी सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती होगी।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
इमरान खान की मौत की अफवाहें क्यों फैल रही हैं?
इमरान खान की मौत की अफवाहें उनके परिवार के जेल में मुलाकात की अनुमति न मिलने और उनकी बहनों के बर्बरतापूर्वक पीटे जाने के बाद फैली हैं। जब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आता, लोग डरते हैं कि उन्हें जानबूझकर अकेला छोड़ दिया गया है। इसलिए अफवाहें तेज़ी से वायरल हो रही हैं।
अदियाला जेल में मुलाकात क्यों नहीं हो रही?
सरकार ने कोई आधिकारिक आदेश नहीं जारी किया, लेकिन जेल प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं कि किसी को भी खान से मिलने न दिया जाए। यह एक ‘अघोषित प्रतिबंध’ है, जिसका मतलब है कि यह नियम लिखित नहीं है, लेकिन अनुपालन बहुत कठोर है। यह उन्हें राजनीतिक असर से अलग रखने की कोशिश है।
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) का अब क्या हाल है?
PTI के 2.5 मिलियन सदस्यों में से लगभग 9,000 गिरफ्तार कर लिए गए हैं, और उनके नेता जेल में हैं। इसलिए दल अब अपने आप को नहीं चला पा रहा। लेकिन यह दल अभी भी लोगों के दिलों में है — अगर खान वापस आते हैं, तो PTI फिर से एक बड़ी शक्ति बन सकता है।
सेना और सरकार इमरान खान के खिलाफ क्यों हैं?
खान ने सेना के ऊपर नियंत्रण चलाने की कोशिश की, और उन्होंने सेना के राजनीति में हस्तक्षेप के खिलाफ आवाज़ उठाई। उनकी लोकप्रियता और उनके विरोध के कारण, सेना और उनके सहयोगी नेताओं ने उन्हें राजनीति से बाहर करने की रणनीति बनाई।
अगर इमरान खान मर गए, तो क्या होगा?
अगर खान की मौत हो गई, तो पाकिस्तान में भारी विरोध प्रदर्शन और हिंसा का खतरा है। उन्हें लोग एक शहीद मानेंगे, और PTI के समर्थक इसे सेना के षड्यंत्र के रूप में देखेंगे। इससे देश की स्थिरता को गंभीर खतरा हो सकता है।