गर्मियों का मौसम आते ही नमी का स्तर भी बढ़ जाता है। हवा में नमी से पसीना नहीं सुखता, शरीर पर ठंडा असर नहीं होता और हम शीघ्र थक जाते हैं। इसलिए नमी‑गर्मी के मिश्रण से बचने के लिए कुछ रोज़मर्रा के साधे उपाय जानना ज़रूरी है।
गर्मियों में नमी के असर
जब तापमान 30°C से ऊपर हो और नमी 70% से अधिक रहे, तो शरीर को खुद को ठंडा रखने में दिक्कत होती है। इससे सिर पर हल्का हल्का दर्द, थकान, कब्ज़ या एसिड जैसी समस्याएं पैदा हो सकती हैं। खासकर बच्चों, बुज़ुर्गों और दिल‑फेफड़े की बीमारी वाले लोगों को इससे ज्यादा खतरा रहता है। इसलिए मौसम विभाग (IMD) की अलर्ट को नजरअंदाज़ न करें, खासकर जब भारी बारिश‑आंधी की चेतावनी दी गई हो।
सुरक्षित रहने के आसान उपाय
1. पानी की भरपूर आपूर्ति: दिन में कम से कम 8‑10 गिलास पानी पिएँ। फलों के रस या नारियल पानी भी बढ़िया विकल्प हैं।
2. हल्के कपड़े पहनें: कॉटन या लीनन की शर्ट, ढीली पैंट और हल्की टोपी पहनें। रेसिस्टेंट कपड़े पसीना नहीं सोखते और त्वचा को सांस लेने देते हैं।
3. घर में ठंडक बनायें: पंखा, एसी या ठंडी पानी की बोतल को कमरे में रखें। खिड़कियों को सुबह‑शाम खुला रखें, लेकिन तेज़ धूप में पर्दे बंद रखें।
4. बाहरी काम का समय बदलें: बहुत तेज़ धूप में 11 बजे से 4 बजे तक बाहर काम करने से बचें। अगर जरूरी हो तो सुबह जल्दी या शाम देर में काम करें।
5. भारी बारिश‑आंधी के समय सावधानी: IMD के रेड या यलो अलर्ट पर यात्रा से बचें। यदि यात्रा अनिवार्य हो तो सुरक्षित रूट चुनें, ट्रैफ़िक अपडेट देखें और गाड़ी में एंटी‑स्लिप टायर रखवाएँ।
6. खाद्य‑पेय का ध्यान रखें: बहुत ठंडा या बहुत गर्म खाने‑पीने से बचें। हल्का लवण वाला पानी इलेक्ट्रोलाइट को संतुलित रखता है।
7. स्वास्थ्य पर नजर रखें: अगर सर्दी, सिरदर्द, चक्कर या पेशाब में कमी दिखे तो डॉक्टर से संपर्क करें। बुज़ुर्गों को नियमित रूप से तापमान जाँच कराना चाहिए।
इन छोटे‑छोटे कदमों से नमी और गर्मी की मार को काफी हद तक कम किया जा सकता है। याद रखें, मौसम का हर बदलाव एक अलर्ट के साथ आता है—इसे पढ़ें, समझें और अपना दिन सुरक्षित बनाएँ।
उत्तर प्रदेश में 27 अगस्त से अगले तीन दिन उमस और गर्मी बनी रहेगी। अधिकतम तापमान 28–34°C के बीच, बादल छाए रहने के बावजूद पसीना छुड़ाने वाली नमी। 30 अगस्त से मानसून की दोबारा सक्रियता का अनुमान, जिससे कई जिलों में बारिश और तापमान में गिरावट संभव। लोगों को हाइड्रेट रहने और दोपहर की धूप से बचने की सलाह।