अगर आप फ़िल्मों को पसंद करते हैं तो कंगना का नाम सुनते ही दिमाग में ‘टाइटानिक’ या ‘तारामुखी’ जैसी फिल्मों के सीन आते हैं। वो एक ऐसी अदाकारा है जो अपने काम से ज़्यादा बात करती नहीं, लेकिन जब बोलती है तो सब ध्यान देते हैं।
कंगना ने 2006 में ‘वांसिया: द लास्ट पॉलिटिकल ड्रीम’ के साथ अपनी एंट्री की थी, पर असली पहचान उसे 2013 की ‘टाइटानिक’ से मिली। इस फिल्म ने उसे राष्ट्रीय स्तर पर लोकप्रिय बना दिया और बाद में कई पुरस्कार दिलाए। तब से लेकर अब तक उन्होंने ‘काबुल एक्सप्रेस’, ‘पिंजरा’, ‘तुम बिन’ जैसे हिट्स दिए हैं, जिनमें हर बार उनके किरदार की गहराई का अलग ही मज़ा रहा है।
मुख्य फ़िल्में और करियर के माइलस्टोन
कंगनाि ने अपने काम को कभी भी एक‑लाइनर में नहीं घटाया। ‘पिंजरा’ में उसने सिंगल माँ की भूमिका निभाते हुए मातृत्व की जटिलताओं को बेबाकी से दिखाया, जबकि ‘तुम बिन’ में दिल‑धड़कनों का नया स्वर लाया। ‘काबुल एक्सप्रेस’ ने उसे कॉमिक टाइमिंग दिया और दर्शकों को हँसाया। हर फिल्म में वह सिर्फ एक कलाकार नहीं, बल्कि कहानी की आवाज़ बन जाती है।
हाल ही में कंगनाि ने अपने अगले प्रोजेक्ट की घोषणा की है – ‘डायरेक्टर’ नामक फ़िल्म, जिसमें वह खुद निर्देशक भी होंगी। इस बात से कई लोगों को आश्चर्य हुआ, लेकिन उनकी मेहनत और दृढ़ता देख कर अब हर कोई मान रहा है कि वो कुछ भी कर सकती हैं।
विवाद, सामाजिक मुद्दे और कंगनाि की आवाज़
कंगनाि का नाम अक्सर विवादों से जुड़ा रहता है। वह फ़िल्म इंडस्ट्री में महिलाओं के खिलाफ बर्ताव को लेकर खुल कर बोलती हैं, चाहे वो पगार के अंतर हों या भूमिका की कमी। ‘बॉक्स ऑफिस पर जेंडर भेदभाव’ पर उनके साक्षात्कार वायरल होते रहते हैं।
एक बार उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा था कि वह चाहती हैं हर महिला को समान अवसर मिले और इस दिशा में उनका संघर्ष कई लोगों के लिये प्रेरणा बन गया है। उनका यह स्टैंडपॉइंट उन्हें न केवल फ़िल्मी सर्कल, बल्कि सामाजिक मंचों पर भी खास बना देता है।
कंगनाि की सोशल मीडिया एक्टिविटी भी काफी तेज़ है। वह अक्सर अपने फॉलोअर्स को नई फ़िल्म के अपडेट्स, प्रोजेक्ट की जानकारी और कभी‑कभी अपनी निजी ज़िन्दगी के छोटे‑छोटे झलकियां शेयर करती हैं। इससे उनके फैंस उनसे जुड़ाव महसूस करते हैं और हर नया पोस्ट एक चर्चा का कारण बन जाता है।
अगर आप कंगनाि के बारे में और पढ़ना चाहते हैं, तो उनके पिछले साक्षात्कार, रेडियो शो और टीवी इंटरव्यू देख सकते हैं। ये सभी स्रोत उनकी सोच को समझने में मदद करते हैं – चाहे वह फ़िल्मी करियर हो या सामाजिक मुद्दे।
समय-समय पर कंगनाि की फिल्में रिलीज़ होते ही बॉक्स ऑफिस पर धूम मचाती हैं, और साथ ही समीक्षकों से भी सराहना मिलती है। उनकी स्टाइल, डायलॉग डिलीवरी और स्क्रीन पर्सेन्स हमेशा याद रह जाता है। इसलिए अगर आप एक ऐसी अभिनेत्री देख रहे हैं जो न सिर्फ एक्टिंग में बल्कि अपने विचारों में भी सटीक हो, तो कंगनाि आपका सही विकल्प है।
आगे आने वाले महीनों में उनकी नई फ़िल्म ‘डायरेक्टर’ की रिलीज़ पर नजर रखें। यह फिल्म शायद उनके करियर का नया अध्याय लिखेगी और दर्शकों को फिर से दिखाएगी कि कंगनाि कितनी बहुमुखी कलाकार हैं।
तो, चाहे आप एक फ़ैन हों या सिर्फ जिज्ञासु, कंगनाि के बारे में पढ़ना आपको बॉलीवुड की इस तेज़-तर्रार दुनिया का अलग ही रंग दिखाएगा। उनके काम को फॉलो करें और देखें कि कैसे वह हर नई चुनौती को जीतती हैं।
बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के लोकसभा भाषण पर कठोर टिप्पणी करते हुए थेरपी सेशन की सलाह दी है। राहुल गांधी ने अपने भाषण में केंद्र सरकार पर अदानी-हिंडनबर्ग मामले को लेकर तीखे सवाल उठाए थे। कंगना की टिप्पणी के बाद सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिली।