अगर आप अक्सर समाचार देखते हैं तो इज़रायली सेना का नाम सुनते ही दिमाग में कई चीज़ें आती होंगी – लड़ाई, हाई‑टेक गन और रणनीति। असल में यह फौज तीन मुख्य शाखाओं से बनी है: थलेथ (भूमि), वायुसेना और नौसेना. हर शाखा के पास अपनी विशेष मिशन और उपकरण होते हैं.
मुख्य इकाइयाँ और उनका काम
भूमि बल में इज़राइल डिफेंस फ़ोर्सेज़ (IDF) शामिल है, जो पैंतालीस साल से ज़्यादा समय तक देश की सीमाओं की रक्षा कर रहा है. यहाँ पैदल सेना, टैंक बटालियन और विशेष ऑपरेशन इकाइयाँ जैसे सायरेट मैरिन्स काम करते हैं. वायुसेना में फाइटर जेट, ड्रोन और एंटी‑मिसाइल सिस्टम शामिल हैं – खासकर “आयरन डोम” जो छोटे रॉकेट को हिट करता है.
समुद्री क्षेत्र में इज़रायली नौसेना तेज़ी से बढ़ रही है. वे समुद्र के नीचे आने वाले टॉरपीडो और साइड‑स्कैनर वाले जहाज़ चलाते हैं, जिससे दुश्मन की नावें पकड़ पाना आसान हो जाता है.
नई तकनीक और भविष्य की दिशा
इज़रायल टेक्नोलॉजी में आगे है. हाल ही में उन्होंने “हैवॉक” ड्रोन को सशस्त्र किया, जो बिना पायलट के लम्बी दूरी तक मार कर सकता है. साथ ही AI‑आधारित इंटेलिजेंस सिस्टम से दुश्मन की हरकतों का अनुमान लगाने में मदद मिलती है.
भविष्य में IDF ने कहा है कि वे साइबर वॉरफेयर को और मजबूत करेंगे. इसका मतलब है हैकर्स से लड़ना, डिजिटल नेटवर्क को सुरक्षित रखना और दुश्मन के डेटा को नष्ट करना.
अब बात करते हैं भर्ती की. इज़रायली नागरिकों को 18 साल में फ़ौज में जाना पड़ता है – पुरुषों के लिए तीन महीने का बेसिक ट्रेनिंग और महिलाओं के लिए दो महीने. इस दौरान उन्हें हथियार चलाना, शारीरिक फिटनेस और बुनियादी युद्ध रणनीति सिखाई जाती है.
इज़रायली सेना की भूमिका सिर्फ लड़ाई तक सीमित नहीं है. वे आपदा राहत, मेडिकल कैंप और जलवायु परिवर्तन से जुड़े कामों में भी हाथ बंटाते हैं. उदाहरण के तौर पर 2023 में उन्होंने बड़े बाढ़ क्षेत्र में तुरंत राहत प्रदान करने वाले डिवीजन भेजे.
समाचारों में अक्सर इज़रायल की सैन्य कार्रवाई को लेकर विवाद देखता है, लेकिन रोज़मर्रा की बात यह भी है कि इस फ़ौज ने कई बार अंतरराष्ट्रीय मानवीय मदद भी दी है. इसलिए इसे समझते समय दोनों पहलुओं को देखना ज़रूरी है.
तो अगर आप इज़रायली सेना के बारे में और गहराई से जानना चाहते हैं तो इन बुनियादी पॉइंट्स को याद रखें: तीन शाखाएँ, हाई‑टेक हथियार, AI और साइबर फोकस, तथा नागरिक सेवा का अनिवार्य हिस्सा. अगली बार जब कोई बड़ी खबर आएगी, आप पहले इन चीज़ों पर नज़र डालिए – इससे बात स्पष्ट होगी.
इजरायली सैन्य ने 3 जून, 2024 को घोषणा की कि चार और इजरायली बंधकों की गाजा में कैद दौरान मौत हो गई है। यह संख्या अब कुल मिलाकर छः हो चुकी है। बंधकों को अक्तूबर 2023 में एक क्रॉस-बॉर्डर छापे के दौरान फिलिस्तीनी उग्रवादी समूहों द्वारा पकड़ा गया था। इजरायल सरकार की मोलतोल सुलह की कोशिशों के बावजूद स्थिति संवेदनशील बनी हुई है।