सेनोरेस फार्मास्यूटिकल्स आईपीओ जोड़ता अभूतपूर्व सफलता की कहानी

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सेनोरेस फार्मास्यूटिकल्स आईपीओ: निवेशकों के लिए सुनहरा अवसर

सेनोरेस फार्मास्यूटिकल्स के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) ने अपने दूसरे दिन में निवेशकों के बीच जोरदार क्वोटेशन का आनंद लिया, जिससे यह निवेशकों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर बन गया है। 21 दिसंबर, 2024 तक, यह मुद्दा 13.9 गुना सब्सक्राइब हो चुका है, जो यह दर्शाता है कि निवेशक इस फार्मास्यूटिकल दिग्गज पर अत्यधिक विश्वास कर रहे हैं। यह आईपीओ 20 दिसंबर को खुला और 24 दिसंबर, 2024 को बंद होने वाला है, और इसका उद्देश्य ₹582.11 करोड़ जुटाना है। इसकी कीमत ₹372 से ₹391 प्रति शेयर निर्धारित की गई है, और निवेशक कम से कम 38 इक्विटी शेयरों के लिए बोली लगा सकते हैं और उसके बाद के गुणक में।

फार्मास्यूटिकल उद्योग में सेनोरेस की सुदृढ़ता

सेनोरेस फार्मास्यूटिकल्स एक वैश्विक अनुसंधान-चालित कंपनी है जो दवा उत्पादों के विकास और निर्माण में विशेषज्ञता रखती है। ये उत्पाद मुख्यतः अमेरिका और कनाडा के नियामक बाजारों में बेचे जाते हैं। भारत और अमेरिका में तीन समर्पित अनुसंधान एवं विकास केंद्रों का संचालन करते हुए, यह कंपनी की प्रमुख चिकित्सीय क्षेत्रों, जैसे कि एंटीबायोटिक और एंटीफंगल उपचारों, में 55 उत्पाद लॉन्च किए हैं।

संस्थापक स्वप्निल जतीनभाई शाह और अशोककुमार विजयसिंह बारोट के नेतृत्व में, कंपनी ने हाई मार्जिन के साथ एक बढ़ती हुई वित्तीय परफॉर्मेंस दिखायी है। वित्तीय वर्ष 2024 में इसकी राजस्व ₹215 करोड़ थी, जबकि शुद्ध लाभ ₹33 करोड़ रहा। हाफ ईयर एफवाई 2025 के दौरान कंपनी ने ₹181 करोड़ का राजस्व प्राप्त किया, ग्रॉस मार्जिन 50%, ईबीआईटीडीए मार्जिन 35% और शुद्ध मार्जिन 13% रहा।

निवेशकों की प्रतिक्रिया और बाजार में प्रभाव

बाजार विश्लेषकों ने आईपीओ को सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है, खासकर आनंद राठी ने इसे आकर्षक मूल्यांकन और फार्मास्यूटिकल्स के लिए उच्च मांग के कारण सब्सक्राइब करने की सिफारिश की है। ग्रे मार्केट प्रीमियम (जीएमपी) इसके लिए लगभग ₹140-150 पर चल रहा है, जो इश्यू प्राइस पर 36% का प्रीमियम दिखाता है।

इसके प्रमोटरों की हिस्सेदारी, जो वर्तमान में 71.10% है, आईपीओ के बाद कम हो जाएगी। इस आईपीओ का प्रबंधन इक्वारिस कैपिटल प्राइवेट लिमिटेड, अम्बिट प्राइवेट लिमिटेड और नुवामा वेल्थ मैनेजमेंट लिमिटेड के बुक-रनिंग लीड प्रबंधकों द्वारा किया जा रहा है, जबकि रजिस्ट्रार के रूप में लिंक इनटाइम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड सेवा प्रदान कर रहा है।

भविष्य की संभावनाएँ

एक मजबूत उपस्थिती के साथ, सेनोरेस फार्मास्यूटिकल्स अपने विस्तार की योजना बना रहा है, जिससे उसके भविष्य की संभावनाएँ लाभप्रद बनने का संभावित दिखता है। यह आईपीओ न केवल निवेशकों के लिए बल्कि कंपनी के लिए भी एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो सकता है, क्योंकि यह पूंजी जुटाने के लिए एक महत्वपूर्ण माध्यम बनता है जिसका अवलंबन व्यवसाय को और भी ऊँचाइयों तक पहुँचाने में किया जा सकता है।

द्वारा लिखित Shiva Parikipandla

मैं एक अनुभवी समाचार लेखिका हूं और रोज़ाना भारत से संबंधित समाचार विषयों पर लिखना पसंद करती हूं। मेरा उद्देश्य लोगों तक सटीक और महत्वपूर्ण जानकारी पहुँचाना है।

Dev pitta

ये आईपीओ देखकर लग रहा है जैसे कोई दोस्त घर आया हो जिसके साथ बैठकर चाय पीने का मन करे। सेनोरेस का बिज़नेस मॉडल साफ़ है, ग्रोथ भी ठीक है। मैंने 38 शेयर्स के लिए फॉर्म भर दिया है।

praful akbari

इतना सब्सक्राइब होना बहुत अच्छा है लेकिन क्या ये बस एक बाजार का भावनात्मक उत्साह है या असली वैल्यू?

kannagi kalai

मार्जिन्स तो बहुत अच्छे हैं, लेकिन फार्मास्यूटिकल्स में रेगुलेशन बदल जाए तो क्या होगा? ये बात कोई नहीं बता रहा।

Roy Roper

GMP 140-150? ये तो बुलशिट है भाई ये आईपीओ अभी शुरू हुआ है और तुम इतना प्रीमियम देने वाले हो? बेवकूफ़ी है

Sandesh Gawade

ये आईपीओ तो बस एक लॉटरी नहीं बल्कि एक लाइफ चेंजर है! जो भी यहाँ बाहर रह रहा है वो अपना भविष्य खो रहा है! जल्दी करो नहीं तो रात को बहुत रोना पड़ेगा!

MANOJ PAWAR

मैंने तो इसके बारे में नहीं सुना था... लेकिन जब मैंने डिटेल्स देखी तो लगा जैसे कोई एक अज्ञात व्यक्ति ने मुझे एक जादू की छड़ी दे दी हो। ये कंपनी तो भविष्य की दीवार है।

Pooja Tyagi

मार्जिन 50%? ये तो बहुत ज्यादा है! अगर ये एंटीबायोटिक्स पर आधारित है तो ये बहुत खतरनाक है! दुनिया भर में एंटीबायोटिक रेजिस्टेंस बढ़ रही है! ये कंपनी इसे बढ़ा रही है! बहुत खतरनाक!

Kulraj Pooni

क्या हम वाकई इस आईपीओ में निवेश करने वाले हैं? क्या हम भूल गए कि हम किस देश में रह रहे हैं? यहाँ तो हर चीज़ बाजार के भाव से चलती है... और जब भाव गिरते हैं तो लोग खुद को दोष देते हैं। ये निवेश नहीं, ये आत्म-संकोच है।

Hemant Saini

सुनो, मैंने इस कंपनी को लंबे समय से देख रहा हूँ। उनके रिसर्च सेंटर्स अमेरिका और भारत में हैं, ये बहुत अच्छा है। लेकिन अगर तुम अपना पैसा लगाना चाहते हो तो इसे छोटे टुकड़ों में लगाओ। एक बार में सब कुछ नहीं। धीरे-धीरे बढ़ो।

Nabamita Das

इसका फार्मास्यूटिकल बिज़नेस मॉडल बहुत स्ट्रॉन्ग है। अगर तुम निवेश कर रहे हो तो इसे लंबे समय के लिए रखो। ये आईपीओ अभी शुरुआत है। आने वाले 3-5 साल में ये शेयर 3x हो सकता है।

chirag chhatbar

yrr ye toh sirf ek aur IPO hai... sab kuch IPO ke naam pe hi chal raha hai... koi bhi company jaldi paisa nikalne ki koshish karti hai... phir kya hota hai? 6 mahine baad sab khatam.

Aman Sharma

हम अपने देश के अंदर ही इतना जोश दिखा रहे हैं... लेकिन क्या हम भूल गए कि ये कंपनी अमेरिका के लिए दवा बनाती है? हमारा पैसा उनके लिए बढ़ता है... और हमें क्या मिलता है? बस एक नंबर जो अपने फोन पर दिखता है।